विश्व का भूगोल-पार्ट 1 |3 Marker Mppsc Geography
September 8, 2021प्रथम प्रश्न पत्र (खंड ब ) भूगोल ; ईकाई 1 – विश्व का भूगोल
दोस्तों ईकाई -1 विश्व का भूगोल इस ईकाई के टॉपिक जिसमे प्रमुख भौतिक लक्षण पर्वत , पठार , मैदान, प्रमुख भौगोलिक घटनाये – भूकम ,ज्वालामुखी , विश्व की जलवायु आदि है सभी ने पढ़ा है लेकिन 3 मार्कर में क्या लिखना है यह हम इस आर्टिकल में बताएँगे , जिससे 3 में से 3 नंबर मिलना तय है . इस लेख में केवल सिलेबस में दिए शब्दाबली से बनने वाले प्रमुख 3 मार्कर को पढेंगे .इनसे ही 3 मार्कर बनने की सम्भावना होती है , आइये देखते है
प्रथम प्रश्न पत्र (खंड ब ) भूगोल ; ईकाई 1 – विश्व का भूगोल
विश्व का भूगोल | 3 marker mppsc geography
पर्वत
- भूपटल पर प्राकतिक रूप से उच्च भाग ,
- संरचना उपरी भाग छोटा आधार चौड़ा होता है ढाल तीव्र होता है
- निर्माण – विवर्तनिक क्रियाओ से
- प्रकार – वलित पर्वत ,भ्रंशोत्थ पर्वत , ज्वालामुखी पर्वत
वलित पर्वत (मोडदार पर्वत )
- पर्वत का एक प्रकार
- निर्माण – पृथ्वी के आंतरिक बल द्वारा दो महाद्वीपीय प्लेटो के टकराने से उनके बीच अवसादों में वलन पड़ने से
- उदा . – हिमालय , आल्प्स पर्वत
पठार
- भूपटल से पर्याप्त ऊचा भाग
- संरचना – उपरी भाग सपाट, चौड़ा आधार, ढाल खड़ी होती है
- निर्माण – भूगर्भिक हलचल और ज्वालामुखी लावा के जमने से
भ्रंशोत्थ पर्वत
- निर्माण – भ्रन्शन के द्वारा भूभाग के उपर उठने अथवा ऊर्ध्वाधर रूप से विस्थापित होने से होता है।
- उदा – युरोप की राइन घाटी तथा वॉसजेस पर्वत।
नदियाँ
- भूपटल पर प्रवाहित जलधारा, मानव जीवन रेखा मानी जाती है ।
- स्त्रोत- झील, झरना , हिमनद , बरसात ।
- विलय – सागर ,महासागर झील ।
झील
- चारो और स्थल से घिरा जलीय क्षेत्र
- यह भूपटल में बड़े गड्ढे होते है जिनमे जल स्थिर होता है
- यह अधिकतर खारे पानी की होती है , कुछ मीठे पानी की होती है जैसे – सुपीरियर झील
हिमनद
- पृथ्वी की सतह पर विशाल आकार की गतिशील बर्फराशि
- विश्व के मीठे पानी का सबसे बड़ा भण्डार
- सदाबहार नदियों का उद्गम स्थल – गंगोत्री
मैदान
- यह समतल भूमि के बड़े भूभाग , समुद्र सतह से 200 मी.तक उचाई ।
- निर्माण – पर्वत पाद पर ,नदियों द्वारा बहा के लाये गये अवसाद से ।
- आर्थिक महत्त्व होता है- उपजाऊ भूमि, परिवहन विकास , जनसंख्या अधिक होती है।
- उदा .- गंगा का उपजाऊ मैदान
भूकंप
- पृथ्वी की सतह का कम्पन भूकम्प कहलाता है
- प्राकतिक कारण भूगर्भिक उर्जा का सतह पर आना जबकि मानवीय कारण परमाणु बम परिक्षण आदि
- इसे सिस्मोग्राफ से मापा जाता है जिसमें रिएक्टर पैमाना 1 से 10 तक होता.
सुनामी
- जापानी शब्द है , जिसका अर्थ समुद्र तटीय लहर है
- महासागरीय विशाल जलराशि ऊची लहर के रूप में स्थल मंडल में पहुचती है
- कारण –समुद्र के अंदर भूकम्प ,महासागरीय प्लेटो का विस्थापन,उल्कापात ,
- 2004 में हिंदमहासागर में
ज्वालामुखी
- भूपटल पर दरार या छिद्र जिससे लावा, राख़ गैस बाहर निकलती है , ज्वालामुखी कहलाता है. यह प्रक्रिया ज्वालामुखी उद्गार कहलाती है उदा – विसूवियस
ज्वालामुखी क्रिया के कारण
- समस्थितिक असंतुलन
- भूगर्भ में गैस उत्पत्ति
- दाब कम होना
- तापमान में वृद्धि
स्त्रोत :- विकिपीडिया , भारतडीसकवरी
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